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Madhya pradesh ke Sambhag aur Jile
मध्यप्रदेश के संभाग एवं जिले
1953 में फजल अली की अध्यक्षता में गठित राज्य पुनर्गठन आयोग की अनुशंसा पर 1 नवंबर, 1956 को नवीन मध्य प्रदेश का गठन हुआ।
नवीन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को बनाया गया जो पूर्व में सीहोर जिले की एक तहसील थी। इस तरह उपर्युक्त सीमाओं में परिवर्तन के पश्चात् मध्य प्रदेश का 1 नवंबर, 1956 को गठन हुआ जिसमें 8 संभाग तथा 43 जिले शामिल थे।
26 नवंबर, 1972 को भोपाल तथा राजनांदगाँव दो नए जिले बने और जिलों की संख्या 45 हो गई।
1998 में 16 और जिले बनाए गए। इस प्रकार जिलों की संख्या 61 हो गई।
31 अक्तूबर, 2000 को मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने से 16 जिले नवीन राज्य में चले गए और मध्य प्रदेश में जिलों की संख्या पुनः 45 हो गई।
वर्ष 2003 में तीन ज़िले- बुरहानपुर (खंडवा से), अनूपपुर (शहडोल से) तथा अशोकनगर (गुना से) का गठन किया गया, जिनसे प्रदेश में जिलों की संख्या 48 हो गई।
वर्ष 2008 में प्रदेश सरकार द्वारा अलीराजपुर तथा सिंगरौली को जिला बनाया गया और प्रदेश में जिलों की संख्या 50 हो गई। तथा 2008 में ही होशंगाबाद को प्रदेश का 10वाँ संभाग बनाया गया और 2008 में ही होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम् कर दिया गया। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2013 में शाजापुर जिले से पृथक् कर
आगर मालवा नाम से एक नया ज़िला गठित किया गया, जिससे मध्य प्रदेश में 10 संभाग और 51 ज़िले हो गए।
1 अक्तूबर, 2018 को टीकमगढ़ जिले की निवाड़ी तहसील मध्य प्रदेश के 52वें जिले के रूप में अस्तित्व में आ गई है।
Madhya pradesh ke Sambhag aur Jile
नोट: 1 अक्तूबर, 2018 को मध्य प्रदेश सरकार ने निवाड़ी को राज्य का 52वाँ जिला घोषित किया जिसकी जानकारी पुस्तक में शामिल है, परंतु राज्य सरकार द्वारा नए जिले के संबंध में अब तक कोई विशेष जानकारी प्रेषित न किये जाने के चलते मानचित्र तथा जिलों से संबंधित अधिकतर तथ्य पूर्व रूप में ही दिये जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश की सर्वाधिक सीमा राजस्थान (1600 किमी.) से तथा सबसे कम सीमा गुजरात के साथ लगती है, जबकि इसके सबसे ज्यादा जिले (14 जिले) उत्तर प्रदेश के साथ सटे हुए हैं।
सीमावती राज्यों से जुड़े मध्य प्रदेश जिले
सीमावती राज्यों से जुड़े मध्य प्रदेश जिले
सीमावर्ती राज्य | मध्य प्रदेश के जिले |
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उत्तर प्रदेश | भिंड, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, दतिया, शिवपुरी, सागर, सिंगरौली, अशोकनगर, मुरैना, निवाड़ी (संख्या-14) |
छत्तीसगढ़ | सीधी, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट,सिंगरौली,अनूपपुर (संख्या-6) |
राजस्थान | मुरैना, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, श्योपुर, आगर मालवा (संख्या-10) |
गुजरात | झाबुआ, अलीराजपुर (संख्या-2) |
महाराष्ट्र | अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट (संख्या-9) |
मध्य प्रदेश की सीमा से लगे राज्य और उनके जिले
सीमावर्ती राज्य | सीमावर्ती जिले |
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उत्तर प्रदेश (11 ज़िले) | फिरोजाबाद, इटावा, जालौन, झाँसी, ललितपुर, बांदा, मिर्जापुर, इलाहाबाद, महोबा, सोनभद्र, चित्रकूट |
राजस्थान (10 ज़िले) | प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, बाराँ, झालावाड़, सवाई माधोपुर, कोटा, धौलपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, करौली |
महाराष्ट्र (8 जिले) | धुले, नागपुर, अमरावती, भंडारा, बुल्ढाना, गोंदिया, नंदूरबार, जलगाँव |
छत्तीसगढ़ (7 जिले) | राजनांदगाँव,कबीरधाम, बिलासपुर, मुंगेली, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर |
गुजरात (2 ज़िले) | दाहोद, वड़ोदरा |
Madhya pradesh ke Sambhag aur Jile
Note- कर्क रेखा मध्य प्रदेश के 14 जिलों से होकर गुजरती है। जिलों के नाम इस प्रकार हैं- रतलाम, उज्जैन, आगर मालवा (पूर्व में यह शाजापुर जिले का भाग था), राजगढ़, सीहोर, भोपाल, विदिशा,रायसेन, सागर, दमोह, जबलपुर, कटनी, उमरिया, शहडोल।
भारत की मध्याह्न रेखा 82.5° (82°30′) मध्य प्रदेश के एकमात्र जिले सिंगरौली से होकर गुज़रती है।
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